संकष्टी गणेश चतुर्थी व्रत आज-पं बृजेश पाण्डेय ज्योतिषाचार्य
गोरखपुर। पं बृजेश पाण्डेय ज्योतिषाचार्य ने बताया कि संकष्टी श्री गणेश चतुर्थी व्रत आज दिनांक 29 जनवरी दिन सोमवार को मनाया जायेगा. इस दिन चंद्रोदय रात्रि 8 बजकर 48 मिनट पर होगा व्रती महिलाएँ चंद्रोदय समय पर अर्घ्य देगीं. शास्त्रानुसार माघ कृष्ण चतुर्थी का अत्यन्त पुण्यदायनी है,माघ महीने में पड़ने वाली सकटा चौथ का विशेष महत्व माना गया है इसे सकट चौथ, संकटाचौथ,तिलकुट चौथ आदि नामों से भी जाना जाता है.
संतान की लंबी आयु के लिए रखा जाता है यह व्रत
सकष्टी चौथ के दिन माताएं अपनी संतान की लंबी आयु की कामना के लिए भगवान श्री गणेश की उपासना करती हैं तथा इस तिथि को दिन भर निराहार रहकर शाम को चंन्द्रोदय के बाद गणेश जी की मूर्ति पर तिल,गाजर,शकरकंद, सुथनी,लौकी, मिठा अर्पण कर धूप-दीप आदि से पूजन के पश्चात चन्द्रमा को देखते हुए अर्घ्य देकर परिक्रमा कर प्रसाद ग्रहण करें.भगवान गणेश जी की उपासना से ग्रहों के अशुभ प्रभावों से मुक्ति मिलती है.गणेश जी की कृपा से सभी कष्टों का निवारण होता है विशेष रूप से महिलाएं इस व्रत को अवश्य करें. पं बृजेश पाण्डेय ने पूजा विधि के बारे मे कहा की व्रती महिलाऐं इस दिन सूर्योदय से पहले स्नान कर पूजा स्थान पर चौकी रखें और उस पर गंगाजल छिड़कें तथा पीले रंग का कपड़ा बिछाकर भगवान गणेश की प्रतिमा स्थापित करें और उनके समक्ष धूप-दीप अगरबत्ती जला दें.
गणेश जी को पीले फूलों की माला और दूर्वा चढ़ाएं,इसके उपरांत गणेश चालीसा, गणेश स्तुति और गणेश स्तोत्र का पाठ करें.साथ ही गणेश मंत्रों का भी जाप करें,आरती कर मोदक का भोग लगाएं.
गणेश मंत्रों का जाप करें
गजाननं भूतगणादि सेवितं कपित्थ जम्बूफलसार भक्षितम्। उमासुतं शोक विनाशकारणं।नमामि विघ्नेश्वर पादपङ्कजम्।।
ॐ एकदन्ताय विद्महे वक्रतुंडाय धीमहि तन्नो बुदि्ध प्रचोदयात।। वक्रतुंड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभाः, निर्विघ्नम कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा एवं ॐ गणेशाय नमः मत्र के उच्चारण से सभी मनोकामनायें पूर्ण होता है.
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